लखनऊ में बाबरी मस्जिद गिराए जाने के केस पर स्पेशल सीबीआई अदालत का फैसला सुनाया गया. आदरणीय जज एसके यादव ने अपने फैसले में कहा कि यह विध्वंस पूर्वनियोजित नहीं था, जो कुछ भी हुआ अचानक हुआ. कोर्ट ने सभी 32 आरोपियों को इस 25 साल पुराने केस की बेड़ियों से आजाद कर दिया.
फिर सोशल मीडिया पर कमेंट्स की बाढ़ आ गई… बॉलीवुड जो इन दिनों “ड्रग्स” के केस में लपेटा जा रहा है वहीँ से आवाजें आ रही हैं.
अनुभव सिन्हा ने चिरपरिचित अंदाज में लिखा…
“मिस्टर लाल कृष्ण आडवाणी आपको बधाई, अब आप उन आरोपों से बरी हो गए हैं, जिससे देश की आत्मा के बीच एक खूनी रेखा खींची गई थी. भगवान आपको लंबी उम्र दे.”
गौहर खान ने इस काण्ड पर भूकंप को दोषी ठहरा दिया. उन्होंने लिखा…
“ज़ाहिर सी बात है…वो भूकंप होगा! ये हम पर मज़ाक है.”
स्वर भास्कर ने व्यंगबाण छोड़ा…
“बाबरी मस्जिद ख़ुद ही गिर गया था”
एक्टर प्रकाश राज ने अपने क्रांतिकारी अंदाज में कहा…
“बाबरी का गिरना हिट एंड रन केस था. ड्राइवर बरी हो गए हैं. जस्टिस को गिरफ्तार करके दफन कर दिया गया है.”
मशहूर पत्रकार निखिल वागले ने बड़ा चुभता सा सवाल किया है…
“अगर सीबीआई “पिंजरे का तोता” है तो न्यायतंत्र क्या है?”
सबसे प्यारा और हालात को समझाता हुआ ट्विट निखिल वागले के ट्विट के जवाब में मराठी में किया गया… रवि काले ने @kravi2211 नामक हैंडल से यह ट्विट किया है…उसमें कहा गया है…
“निखिल भाऊ, कितना चिल्लाओगे भई…. ज्यादा चिल्लाने से मूलव्याध हो जायेगा… जाने दो… आज कल ना कोई हमें मीडिया में पूछता है और ना सोशल मीडिया में… गए वो दिन… “ये नया भारत हैं…”
तो बस… जाने भी दो यारों…